बृहस्पति के सबसे बड़े चंद्रमा पर नमक और कार्बनिक यौगिक पाए गए
अनेक वस्तुओं का संग्रह / / November 04, 2023
यह इसकी बर्फीली परत के नीचे एक भूमिगत महासागर की उपस्थिति को साबित करता है।
नासा के जूनो जांच में बृहस्पति के सबसे बड़े चंद्रमा गैनीमेड की सतह पर लवण और कार्बनिक यौगिक पाए गए।
वैज्ञानिकों ने 2021 में बर्फीले चंद्रमा के करीब पहुंचने के दौरान जांच द्वारा एकत्र किए गए आंकड़ों का विश्लेषण किया। और की खोज की दूसरों के बीच, सोडियम क्लोराइड हाइड्रेट, अमोनियम क्लोराइड, सोडियम बाइकार्बोनेट और संभवतः कार्बनिक यौगिक भी जिन्हें एलिफैटिक एल्डिहाइड के रूप में जाना जाता है।
ये किसी महासागर के अवशेष हो सकते हैं जो कभी इसकी सतह पर था। शोधकर्ताओं का मानना है कि जाहिर तौर पर यह अब सतह के काफी नीचे छिपा हुआ है।
निकटवर्ती बृहस्पति का चुंबकीय क्षेत्र इतना मजबूत है कि इसके चंद्रमाओं की सतह पर कार्बनिक यौगिकों और लवणों का जीवित रहना मुश्किल होगा। हालाँकि, गेनीमेड के भूमध्य रेखा के आसपास का क्षेत्र विशाल ग्रह के चुंबकीय क्षेत्र से निकलने वाले इलेक्ट्रॉनों और भारी आयनों से काफी सुरक्षित प्रतीत होता है। इसके लिए धन्यवाद, ये कनेक्शन बने रहने चाहिए और बनाए रखे जाने चाहिए।
गेनीमेड सौर मंडल का सबसे बड़ा चंद्रमा है। इसकी चौड़ाई 5,268 किलोमीटर है। यानी यह बुध से भी बड़ा है। शोधकर्ताओं ने लंबे समय से यह माना है कि इसकी बर्फीली परत के नीचे तरल पानी का एक महासागर है।
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